भारत के किसानों की दशा किसी से छिपी नहीं है सरकारें भी समय समय पर किसानों की आय में वृद्धि के लिए कदम उठाती रहती है,वर्ष 2004 में तत्कालीन यूपीए सरकार ने देश के किसानों की आय बढ़ाने से लेकर उनकी अन्य समस्याओं के मध्यनजर महान कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर एमएस स्वामीनाथन को एक विस्तृत रिपोर्ट/योजना तैयार करने का जिम्मा सौंपा,तभी वर्ष 2004 में एमएस स्वामीनाथन की अध्यक्षता में एक आयोग का गठन किया गया जिसे स्वामीनाथन आयोग के नाम से जाना जाता है,इस आयोग ने किसानों की सभी समस्याओं तथा उनके निराकरण संबंधी एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर वर्ष 2006 में सरकार को सौंपी,इस रिपोर्ट में किसानों की दशा सुधारने तथा उनकी आय में वृद्धि से संबंधित लगभग 206 सिफारिशें की गई थी।
क्या है स्वामीनाथन का पूरा नाम:
महान कृषि वैज्ञानिक Dr एमएस स्वामीनाथन जिनका पूरा नाम मयकोम्बू संबासिवन स्वामीनाथन था उनका जन्म 7 अगस्त 1925 को हुआ था,भारत में हरित क्रांति के जनक स्वामीनाथन को 1967 में पद्म श्री,1972 में पद्म भूषण तथा 1989में पद्म विभूषण जैसे राष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है।हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिवंगत एमएस स्वामीनाथन को देश के सबसे बड़े पुरस्कार भारत रत्न देने की सिफारिश की है।
स्वामीनाथन समिति की एमएसपी को लेकर सिफारिशें क्या थी:
आज एक बार फिर लगभग दो साल के बाद देश के किसान स्वामीनाथन समिति की सिफारिशों को लागू करने की मांग के साथ सड़कों पर है ,आखिर स्वामीनाथन रिपोर्ट में एमएसपी को लेकर ऐसा क्या गया है जिसको लागू करवाने को लेकर किसान अपनी जान की परवाह किए बिना आंदोलनरत है
स्वामीनाथन की अध्यक्षता में बने आयोग ने जब वर्ष 2006 में अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी तो उस रिपोर्ट में सबसे बड़ी ओर मुख्य सिफारिश एमएसपी को लेकर ही की गई थी,आयोग द्वारा सौंपी गई इस रिपोर्ट में फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य(MSP) निर्धारित करने के लिए तीन सूत्र(फार्मूला) सरकार के सामने रखे थे ,इसमें पहला सूत्र था A2, दूसरा सूत्र था A2 plus FL ओर तीसरा सूत्र था C2 50.
आइए एक एक कर जाने क्या थे वह सूत्र जिनसे किसी फसल की एमएसपी निर्धारित की जा सकती है:-
1.A2 सूत्र क्या है?
स्वामीनाथन समिति द्वारा A2 सूत्र के तहत कहा गया की जितना खर्च किसान द्वारा अपनी फसल को पैदा करने के लिए किया गया है उसके हिसाब से उस फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) तय होना चाहिए,जिससे किसान अपनी फसल की लागत वसूल सके।
2.A2 Plus FL सूत्र क्या है?
स्वामीनाथन समिति द्वारा इस दूसरे सूत्र में बताया गया है की फसल की लागत के साथ साथ Farmer labour(किसान की मेहनत) को भी फसल के नूतन समर्थन मूल्य में शामिल किया जाए,Farmer labour को MSP में शामिल करने के प्रस्ताव पर आयोग ने सप्ष्ट करते हुए बताया की किसान फसल को उगाने में जितनी मेहनत व समय देता है उसके बराबर मेहनत व समय अगर किसी अन्य कार्य को करने में लगाता तो वहां से अर्जित किए जाने वाले लाभ को भी फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में शामिल किया जाए।
3.C2 50 सूत्र क्या है?
इस तीसरे तथा सबसे चर्चित सूत्र में आयोग द्वारा बताया गया है की किसान की फसल की लागत तथा किसान की मेहनत के साथ साथ उस जमीन की opportunity cost (जमीन का किराया) को भी उस फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में शामिल किया जाए,इसके पीछे आयोग द्वारा यह दलील दी गई की यदि किसान उस जमीन पर फसल न उगाकर उस जमीन को किसी ओर कार्य के लिए उपयोग करता या उस जमीन को भाड़े पर देता तो उस जमीन से होने वाले लाभ को भी फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में शामिल किया जाए।
ओर अब किसान स्वामीनाथन आयोग के एमएसपी पर दिए गए इस तीसरे सूत्र C2 50 को लागू करने की लगातार मांग के साथ समय समय पर आन्दोलन करते रहते है जिसमे उनकी फसल की लागत तथा मजदूरी के साथ साथ जमीन के भाड़े को भी एमएसपी में शामिल किया जाए ।
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